बिजनेस की आर्थिक स्थिति समझने के लिए नियमित और सटीक रिकॉर्डिंग जरूरी है।
बिजनेस में फाइनेंस मैनेज How to Manage Finances in Business
How to Manage Finances in Business 10 Tips For Managing Finances In Business बिजनेस में फाइनेंस मैनेज करने के 10 कारगर तरीके
किसी भी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए सिर्फ अच्छा आइडिया या प्रोडक्ट काफी नहीं होता, उसके पीछे मजबूत वित्तीय प्रबंधन होना जरूरी है। कई छोटे और मंझोले व्यापारी सही प्लानिंग के अभाव में आर्थिक संकट में आ जाते हैं। अगर आप अपने बिजनेस में पैसे को ठीक से मैनेज नहीं करेंगे, तो मुनाफा भी नुकसान में बदल सकता है।
इस लेख में हम बताएंगे कि कैसे आप अपने बिजनेस में फाइनेंस को सही ढंग से मैनेज कर सकते हैं – वो भी आसान और व्यावहारिक 10 टिप्स के साथ।
1. आमदनी और खर्चों का सही रिकॉर्ड रखें
हर छोटे-बड़े खर्च और आमदनी को लिखना जरूरी है। इससे आप जान पाएंगे कि कहां से पैसा आ रहा है और कहां जा रहा है।
How to Manage Finances in Business 10 Tips For Managing Finances In Business बिजनेस में फाइनेंस मैनेज करने के 10 कारगर तरीके
कैसे करें:
- मैनुअल रजिस्टर या डायरी में हर ट्रांजेक्शन नोट करें।
- बेहतर हो तो Excel शीट या कोई अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर जैसे Tally, Zoho Books या Vyapar App इस्तेमाल करें।
2. पर्सनल और बिजनेस फाइनेंस को अलग रखें
अक्सर व्यापारी एक ही बैंक अकाउंट या कैश का इस्तेमाल पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों के लिए करते हैं। इससे भ्रम और गलती की संभावना बढ़ जाती है।
सलाह:
- बिजनेस के लिए अलग बैंक अकाउंट और अलग यूपीआई रखें।
- सैलरी, रेंट, परिवार खर्च इत्यादि पर्सनल खाते से करें।
3. बजट बनाएं और उसका पालन करें
बजट एक तरह का रोडमैप होता है जो बताता है कि कितनी कमाई होगी और कितने खर्च की अनुमति है।
कैसे बनाएं:
- हर महीने की अनुमानित आमदनी लिखें।
- जरूरी खर्च (जैसे रॉ मटेरियल, बिजली, सैलरी) की लिस्ट बनाएं।
- लाभ को निवेश या इमरजेंसी फंड में जोड़ें।
4. कैश फ्लो (नकदी प्रवाह) पर नजर रखें
आपके पास कितना कैश है, और कब आएगा या जाएगा – इस पर ध्यान रखना जरूरी है। कभी-कभी प्रॉफिट तो दिखता है, पर हाथ में पैसे नहीं होते।
उदाहरण:
- आपने 1 लाख का ऑर्डर लिया, लेकिन पेमेंट 45 दिन बाद आएगा, जबकि आपको मटेरियल का पेमेंट 15 दिन में करना है – तो कैश फ्लो नेगेटिव हो जाएगा।
5. समय पर टैक्स भरें और नियमों का पालन करें
GST, TDS, इनकम टैक्स जैसे सभी नियमों को समय पर फॉलो करना जरूरी है, नहीं तो पेनाल्टी लगेगी।
सलाह:
- एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) से नियमित सलाह लें।
- हर महीने की टैक्स फाइलिंग की याद रखने के लिए अलार्म या ऐप का उपयोग करें।
6. मुनाफा कमाने पर ध्यान दें, सिर्फ सेल्स पर नहीं
बिक्री बढ़ाना अच्छा है, लेकिन अगर मुनाफा नहीं हो रहा तो क्या फायदा?
उदाहरण:
- आपने 1 लाख की सेल की, पर खर्च 95,000 हैं – यानी सिर्फ 5,000 का प्रॉफिट।
- अब अगर 90,000 की सेल में खर्च 75,000 हैं – तो प्रॉफिट 15,000 है। यानी कम सेल में ज्यादा मुनाफा।
7. आपातकालीन फंड बनाएं
कोरोना जैसी परिस्थितियों में कई बिजनेस बंद हो गए क्योंकि उनके पास इमरजेंसी में चलने के लिए पैसे नहीं थे।
कैसे बनाएं:
- हर महीने की कमाई में से 5–10% इमरजेंसी फंड में डालें।
- यह फंड सिर्फ संकट के समय इस्तेमाल करें (जैसे मशीन खराब होना, अचानक सेल गिरना आदि)।
8. उधारी को सीमित करें और कलेक्शन ट्रैक करें
कई व्यापारी ज्यादा सेल के चक्कर में उधारी दे देते हैं, पर पैसा वापस आने में महीनों लग जाते हैं।
कैसे सुधारें:
- उधारी देने से पहले ग्राहक की विश्वसनीयता जांचें।
- बिलिंग के समय पेमेंट की समयसीमा साफ-साफ बताएं।
- WhatsApp/Email से पेमेंट रिमाइंडर भेजते रहें।
9. निवेश (Investment) में समझदारी दिखाएं
हर प्रॉफिट को सिर्फ खर्च न करें। सोचें कि उस पैसे को कैसे निवेश करें जिससे आगे बिजनेस बढ़े।
निवेश के विकल्प:
- नई मशीनरी
- डिजिटल मार्केटिंग
- वेबसाइट बनाना
- स्टॉक बढ़ाना
- कर्मचारी ट्रेनिंग
10. नियमित रिव्यू और फाइनेंशियल एनालिसिस करें
हर महीने अपने बिजनेस का फाइनेंस रिव्यू करें।
क्या जांचें:
- इस महीने कितना कमाया – कितना खर्च हुआ
- कौन-से खर्च जरूरी थे और कौन-से कम किए जा सकते हैं
- सेल्स और प्रॉफिट में ग्रोथ हुई या गिरावट
- ग्राहक से पैसा समय पर आया या नहीं
अतिरिक्त सुझाव:
- बीमा जरूर कराएं: बिजनेस बीमा और मेडिकल इंश्योरेंस भविष्य में आर्थिक संकट से बचा सकते हैं।
- फ्री फाइनेंशियल ऐप्स का उपयोग करें: जैसे KhataBook, OKCredit आदि छोटे व्यापारियों के लिए मददगार हैं।
- स्मार्ट फोन और इंटरनेट का पूरा लाभ लें: ऑनलाइन पेमेंट, डिजिटल बहीखाता और ईमेल बिलिंग अब जरूरी हो गए हैं।
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